रविवार, 20 मार्च 2016

देख बहारें होली की - नज़ीर अकबराबादी

होली का हुडदंग, होली की मस्ती, होली की शरारतें, होली का माहौल सभी कुछ उमंग, उत्साह और खुशी से भरा होता है। इसी माहौल को अपने शब्दों में व्यक्त किया है एक अनोखे तरीके से... नज़ीर की यह रचना कई सालों बाद भी आज के वातावरण से मेल खाती है। रंगों के त्यौहार का एक अलग ही मजा है, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। तो आप भी शामिल हो जाइए इन रंगों में और देखिए बहारें होली की...

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